रविवार, 29 सितंबर 2013

अकाउंट का राज


आईये आज हम  चेकबुक के बारे मे चर्चा करेंगे ।चेक बुक के बारे में तो आप जानते ही होंगे। आप में से कई लोगों ने किसी के लिए चेक इश्यू किया होगा तो किसी को चेक मिला होगा। मुद्दा ये है कि चेक से हम सभी का पाला पड़ता रहता है। अगर आपसे पूछा जाए की चेक पर क्या-क्या होता है तो आप क्या कहेंगे। अमाउंट, साइन, नाम आदी पर इसके अलावा भी कई ऐसी जानकारियां रहती हैं जिनके बारे में आपको पता नहीं रहता है। ये होती हैं बैंक से संबंधित जानकारियां। आप सोच रहे होंगे कि ये जानना क्यों जरूरी है। बात यह है कि इस तरह की जानकारी आपको काफी स्मार्ट बना सकती है। एक चेक आपके बैंक अकाउंट की पूरी कुंडली सबके सामने ला सकता है। चेक नंबर 6 डिटिट का होता है। यह आपके चेक बुक की रनिंग सीरीज का नंबर होता है। किसी भी तरह के रिकॉर्ड के लिए सबसे पहले चेक नंबर ही देखा जाता है। अगर आप किसी को चेक इश्यू कर रहे हैं तो सबसे जरूरी है चेक नंबर। MICR कोड- इसका मतलब होता है मैगनेटिक इंक कैरेक्टर रिकॉग्निशन। यह नंबर बैंक को उस ब्रांच का पता लगाने में मदद करता है जिससे चेक इश्यू किया गया है। चेक के इस कोड को एक खास चेक रीडिंग मशीन पढ़ती है। यह 9 अंको का एक नंबर होता है जो चेक के लिए बेहद जरूरी होता है। यह नंबर तीन अलग-अलग भागों में बांटा जाता है। सिटी कोड- MICR कोड के पहले तीन डिजिट सिटी कोड होते हैं। यह आपके शहर के पिन कोड के पहले तीन डिजिट ही होते हैं। इस नंबर को देखकर आप पता लगा सकते हैं कि किस शहर से आपका चेक आया है। बैंक कोड- MICR कोड के अगले तीन अंक उस बैंक की जनम कुंडली खोलते हैं जो हर बैंक का एक यूनीक कोड होता है। इस कोड से आप बैंक का पता लगा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर ICICI बैंक का कोड होता है 229, HDFC का 240. ब्रांच कोड- MICR कोड के आखरी तीन डिजिट होते हैं ब्रांच कोड। हर बैंक का अपना अलग ब्रांच कोड होता है। यह कोड बैंक से जुड़े हर ट्रांजेक्शन में इस कोड का प्रयोग किया जाता है। बैंक अकाउंट नंबर- आपके चेक में मौजूद एक और खास नंबर होता है जिसपर शायद आपका ध्यान गया हो। यह होता है आपका बैंक अकाउंट नंबर। यह नई चेक बुक्स में होता है। अगर आपका ध्यान पुरानी चेक बुक पर जाएगा जो कोर बैंकिंग सॉल्यूशन से पहले प्रिंट की गई थी उसमें यह नंबर नहीं होता है। ट्रांजेक्शन आईडी- आपके चेक के नीचे छपे नंबरों में से अंतिम दो अंक दिखाते हैं आपका ट्रांजेक्शन आईडी। 29, 30 और 31 एट पार चेक को दर्शाते हैं और 09, 10 और 11 लोकल चेक को। अब समझे आप क्या-क्या बता सकता है आपका चेक।